tag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post6823863450417241732..comments2024-03-12T22:12:22.923+05:30Comments on गूँगी गुड़िया : उम्मीद का थामे हाथ किताबें अनीता सैनी http://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-72120644028436392992020-04-28T18:30:23.919+05:302020-04-28T18:30:23.919+05:30सादर आभार आदरणीया दीदी सुंदर समीक्षा हेतु.
सादर सादर आभार आदरणीया दीदी सुंदर समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-33754920964659448812020-04-28T18:29:40.091+05:302020-04-28T18:29:40.091+05:30सादर आभार आदरणीय सर सुंदर सारगर्भित समीक्षा हेतु. ...सादर आभार आदरणीय सर सुंदर सारगर्भित समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-77451284988453386692020-04-28T18:28:51.383+05:302020-04-28T18:28:51.383+05:30सादर आभार आदरणीय सर उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु.
साद...सादर आभार आदरणीय सर उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-89649984006200336502020-04-28T18:28:16.093+05:302020-04-28T18:28:16.093+05:30सादर आभार आदरणीया दीदी उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु.
...सादर आभार आदरणीया दीदी उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-86066572021057816252020-04-28T18:27:05.774+05:302020-04-28T18:27:05.774+05:30सादर आभार आदरणीय चर्चामंच पर मेरी रचना को स्थान दे...सादर आभार आदरणीय चर्चामंच पर मेरी रचना को स्थान देने हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-83656651520589779122020-04-28T18:26:09.484+05:302020-04-28T18:26:09.484+05:30सादर आभार आदरणीया दीदी उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु.
...सादर आभार आदरणीया दीदी उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-68719743408787156652020-04-28T18:25:02.643+05:302020-04-28T18:25:02.643+05:30सादर आभार आदरणीय सर उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु.
साद...सादर आभार आदरणीय सर उत्साहवर्धक समीक्षा हेतु. <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-87403437616066347102020-04-28T10:23:01.984+05:302020-04-28T10:23:01.984+05:30वाह बेहतरीन रचना सखीवाह बेहतरीन रचना सखीAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-37567710059530337522020-04-27T18:18:11.276+05:302020-04-27T18:18:11.276+05:30प्रारब्ध को सुलभ बनाती किताबें ....
सही कहा अहि .....प्रारब्ध को सुलभ बनाती किताबें ....<br />सही कहा अहि ... किताबोब के साथ ही जीवन बांधा जा सकता है ... इनसे अच्छा दोस्त नहीं ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-28401077761612356792020-04-27T10:25:44.176+05:302020-04-27T10:25:44.176+05:30वाहवाहसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-16933874715505654332020-04-26T22:36:53.250+05:302020-04-26T22:36:53.250+05:30 राह जीवन की सुलभ बनातीं,
सद्बुद्धि का आधार किता... राह जीवन की सुलभ बनातीं, <br />सद्बुद्धि का आधार किताबें..<br />यथार्थ आधारित सटीक सृजन अनीता जी ! किताबें हमारे जीवन में सच्चे मित्र और हितैषी की भूमिका निभाती हैं।<br />Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-47182886496647216972020-04-26T21:46:38.897+05:302020-04-26T21:46:38.897+05:30जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोम...जी नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (27-04-2020) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> 'अमलतास-पीले फूलों के गजरे' (चर्चा अंक-3683) </a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित हैं। <br />*****Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-1639740173741284802020-04-26T12:38:26.013+05:302020-04-26T12:38:26.013+05:30करतीं प्रज्ज्वलित ज्ञान-दीप,
भ्रम का तोड़ें जंजाल...करतीं प्रज्ज्वलित ज्ञान-दीप, <br />भ्रम का तोड़ें जंजाल किताबें, <br />तर्क-वितर्क की मनसा समझें, <br />स्वप्न करतीं साकार किताबें। <br />बहुत ही सुन्दर सृजन ...किताबों का महत्व समझाती लाजवाब कृति<br />वाह!!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-59872831804976511412020-04-26T11:10:04.060+05:302020-04-26T11:10:04.060+05:30बहुत सुन्दर और सार्थक गीतबहुत सुन्दर और सार्थक गीतडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com