tag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post7363594269623483706..comments2024-03-12T22:12:22.923+05:30Comments on गूँगी गुड़िया : माँ कहती है अनीता सैनी http://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-1838558624800015892021-04-03T21:58:26.728+05:302021-04-03T21:58:26.728+05:30आभारी हूँ दी आपकी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। पृथ्वी ...आभारी हूँ दी आपकी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। पृथ्वी पर प्रत्येक प्राणी स्वयं का मूल्यांकन स्वयं ही करवाता है फिर चाहे वह मूक ही क्यों न हो। मेरे ख़्याल से स्त्रीयों को मूल्यांकन की आवशयकता नहीं है वह प्रकृति की सर्वश्रेष्ट कृति है। अतुल्य है नारी ।मेरी दृष्टि में।<br />अच्छा लगा आपके विचार प्राप्त हुए।<br />सादरअनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-91452342507254400852021-04-03T21:50:39.187+05:302021-04-03T21:50:39.187+05:30आभारी हूँ आदरणीय शांतनु जी सर आपका आशीर्वाद प्राप्...आभारी हूँ आदरणीय शांतनु जी सर आपका आशीर्वाद प्राप्त हूआ।आपकी प्रतिक्रिया संबल है मेरा।आशीर्वाद बनाए रखे।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-91014333501303263412021-04-03T21:49:09.209+05:302021-04-03T21:49:09.209+05:30आभारी हूँ सर सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु।
सादर...आभारी हूँ सर सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया हेतु।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-40101701758848626172021-04-03T21:48:30.020+05:302021-04-03T21:48:30.020+05:30आभारी हूँ आदरणीया अमृता दीदी जी आपकी उपस्थित से अत...आभारी हूँ आदरणीया अमृता दीदी जी आपकी उपस्थित से अत्यंत हर्ष हूआ।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-82029705876514336842021-04-03T21:47:03.838+05:302021-04-03T21:47:03.838+05:30आभारी हूँ आदरणीय वीरेन्द्र सिंह जी सर मनोबल बढ़ाती ...आभारी हूँ आदरणीय वीरेन्द्र सिंह जी सर मनोबल बढ़ाती प्रतिक्रिया हेतु।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-42110141708734148072021-04-02T15:43:41.249+05:302021-04-02T15:43:41.249+05:30कुछ लोग उन्हें उपवस्त्र समझ
किवाड़ों के पीछे हेंगर...कुछ लोग उन्हें उपवस्त्र समझ<br /><br />किवाड़ों के पीछे हेंगर में टाँग देतें हैं<br /><br />विचारों में आई खिन्नता ही कहेंगे<br /><br />कि धूल-मिट्टी की तरह उन्हें झाड़ा जाता है।<br /><br />कोई कुछ भी समझे स्त्रियों को अपना मूल्यांकन स्वयं करना होगा....।<br />बहुत ही सुन्दर..<br />लाजवाब।<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-78381796094700585142021-03-28T17:49:45.920+05:302021-03-28T17:49:45.920+05:30अतुलनीय भावों से सिंचित रचना निःशब्द कर जाती है बह...अतुलनीय भावों से सिंचित रचना निःशब्द कर जाती है बहुत ही सुंदर रचना, आदरणीया, दिल की गहराइयों से उभर कर शब्दों में जैसे ढले हों नाज़ुक एहसास, साधुवाद सह ।Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-24521974378099476032021-03-27T21:23:00.952+05:302021-03-27T21:23:00.952+05:30नारी मन को बाखूबी लिखा है आपने ... विस्तृत भाव, सम...नारी मन को बाखूबी लिखा है आपने ... विस्तृत भाव, समग्रता का भाव, सृजन की क्ल्पना हो तो नारी ही आती है नज़रों के सामने ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-43765768606754766312021-03-26T16:39:43.387+05:302021-03-26T16:39:43.387+05:30मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै ...मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-81302283327331019362021-03-23T10:33:33.450+05:302021-03-23T10:33:33.450+05:30माँ बिल्कुल सही कहती है। औरतें कितना कुछ होती हैं।...माँ बिल्कुल सही कहती है। औरतें कितना कुछ होती हैं। मन को छू लेने वाली आपकी इस रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई। सादर।Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-32712680081986410932021-03-22T20:34:34.015+05:302021-03-22T20:34:34.015+05:30सादर आभार आदरणीय ज्योति बहन।
सादर सादर आभार आदरणीय ज्योति बहन।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-10381351796825670272021-03-22T10:53:32.160+05:302021-03-22T10:53:32.160+05:30दिल को छूती बहुत सुंदर रचना, अनिता।दिल को छूती बहुत सुंदर रचना, अनिता।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-67527434618470581122021-03-20T09:23:16.813+05:302021-03-20T09:23:16.813+05:30दिल से आभार प्रिय ज्योति जी आपका स्नेह ही है जो ऊर...दिल से आभार प्रिय ज्योति जी आपका स्नेह ही है जो ऊर्जावान बनाए रखता है। मनोबल बढ़ाने हेतु अनेकों आभार<br />स्नेह बनाए रखे।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-9666622615827301422021-03-20T09:20:57.292+05:302021-03-20T09:20:57.292+05:30आभारी हूँ आदरणीय कुसुम दी जी सही कहा आपने समय के अ...आभारी हूँ आदरणीय कुसुम दी जी सही कहा आपने समय के अनुसार मानवीय मूल्य बदल रहे हैं दलाव जरुरी भी है।परंतु माँ तो माँ होती है कौन समझाए उसे। बदलाव की इस मुँडेर पर माँ बेटी के रिश्ते को समझना बड़ा कठीन है। अत्यंत हर्ष हुआ माँ के एहसास छूने हेतु।<br />स्नेह आशीर्वाद बनाए रखे।<br />सादर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-69745481737666511382021-03-20T09:14:12.447+05:302021-03-20T09:14:12.447+05:30दिल से आभार आदरणीया शरद दी जी संबल बढ़ाती प्रतिक्रि...दिल से आभार आदरणीया शरद दी जी संबल बढ़ाती प्रतिक्रिया हेतु। स्नेह आशीर्वाद बनाए रखे।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-41663835736619062122021-03-20T09:13:02.128+05:302021-03-20T09:13:02.128+05:30आभारी हूँ आदरणीय सर।
सादर आभारी हूँ आदरणीय सर।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-57764432095973746692021-03-19T21:11:57.532+05:302021-03-19T21:11:57.532+05:30 कुछ लोग उन्हें उपवस्त्र समझ
किवाड़ों के पीछे ... कुछ लोग उन्हें उपवस्त्र समझ <br /><br /> किवाड़ों के पीछे हेंगर में टाँग देतें हैं <br /><br /> विचारों में आई खिन्नता ही कहेंगे<br /><br /> कि धूल-मिट्टी की तरह उन्हें झाड़ा जाता है।<br /><br /><br /><br /> परंतु माँ कहती है<br /><br /> औरतें गमले में भरी मिट्टी की तरह होतीं हैं<br /><br /> खाद की पुड़िया उनकी आत्मा की तरह होती है <br /><br /> जो पौधे को पोषित कर हरा-भरा करती है।<br /><br />बहुत खूब अनिता मन को छू गई, लाजवाब ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-8976445117947476562021-03-19T19:32:48.330+05:302021-03-19T19:32:48.330+05:30सुंदर अतिसुंदर,गहन भाव कह दिए माँ ने बाकि सब समयान...सुंदर अतिसुंदर,गहन भाव कह दिए माँ ने बाकि सब समयानुरूप बदल गया है अब पर माँ ने जो सागर से भी गहन भाव रखें हैं वो समझने योग्य है इतनी गहरी बात बस माँ ही कह सकती है।<br />सारगर्भित।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-61368540709712468652021-03-19T16:26:02.259+05:302021-03-19T16:26:02.259+05:30परंतु माँ कहती है
औरतें गमले में भरी मिट्टी की तरह...परंतु माँ कहती है<br />औरतें गमले में भरी मिट्टी की तरह होतीं हैं<br />खाद की पुड़िया उनकी आत्मा की तरह होती है <br />जो पौधे को पोषित कर हरा-भरा करती है।<br /><br />मन को गहरे तक छू लिया आपकी इस रचना ने...श्रेष्ठतम !!!<br />हार्दिक बधाई 🌹🙏🌹Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-1789585450313595112021-03-19T14:43:02.738+05:302021-03-19T14:43:02.738+05:30भावपूर्ण अभिव्यक्तिभावपूर्ण अभिव्यक्तिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-59579755719877126372021-03-19T12:34:31.731+05:302021-03-19T12:34:31.731+05:30आभारी हूँ कामिनी दी आपकी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई।
...आभारी हूँ कामिनी दी आपकी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई।<br />दुःख जैसी कोई बात नहीं है। परिवेश का अंतराल ही है कोई क्रन्तिकारी विचारों का होता है। कोई विचारों में विनम्रता को महत्त्व देता है सुकून दोनों जगह ही है।परिभाषा अलग है। मानवीय प्रवृति के अनुसार भिन्नता लाज़मी है।<br />स्नेह बनाए रखे।<br />सादर नमस्कार।अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-86763134956030603452021-03-19T12:28:22.740+05:302021-03-19T12:28:22.740+05:30सही कहा आपने आदरणीय अनीता दी जी आज औरतें अपनी परिभ...सही कहा आपने आदरणीय अनीता दी जी आज औरतें अपनी परिभाषा गढ़ रही है। प्रत्यक्ष परिवर्तन देकने को मिलते है।शायद समय और परिवेश का अंतराल ही है।<br />सादर नमस्कार ।अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-41328028667119685442021-03-19T12:25:52.259+05:302021-03-19T12:25:52.259+05:30आभारी हूँ आदरणीय सर मनोबल बढ़ाने हेतु।
सादर नमस्कार...आभारी हूँ आदरणीय सर मनोबल बढ़ाने हेतु।<br />सादर नमस्कार।<br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-27574502460862030092021-03-19T12:25:10.993+05:302021-03-19T12:25:10.993+05:30आभारी हूँ आदरणीय जिज्ञासा दी जी नमोबल बढ़ाती प्रतिक...आभारी हूँ आदरणीय जिज्ञासा दी जी नमोबल बढ़ाती प्रतिक्रिया हेतु।समय बदल रहा है साथ ही माँ के बेटी को दिये संस्कार भी।आपका का कथन सार्थक है कायम रहना चाहिए। अत्यंत हर्ष हूआ आपका सानिध्य प्राप्त हूआ।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3984492285377287745.post-68801545105521005232021-03-19T12:21:55.426+05:302021-03-19T12:21:55.426+05:30आभारी हूँ आदरणीय हरीश जी ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्व...आभारी हूँ आदरणीय हरीश जी ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।<br />सादर नमस्कार अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com