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मंगलवार, फ़रवरी 26

अदम्य साहस



                                          

सपूत को खोकर 
तिलमिलाया आसमां,
आज ख़ुशी के आँसू बहाए ,
ठंडी  हुई  हृदय की  ज्वाला,
आज   सुकून   से  रोया |


आँख   का  पानी,
दिल  का दर्द  इत्मीनान  से  सोया, 
सेना  का  शौर्य,
 शहीद  का  कारवां,   
ख़ुशी  से  मुस्कुराया |


अदम्य  साहस  देख जवानों  का,
आसमां फिर मिलने आया ,
सौग़ात में बरसायीं  बूंदें, 
तिलक सूर्य  की  किरणों से करवाया  |
                
                               - अनीता सैनी 

20 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (27-02-2019) को "बैरी के घर में किया सेनाओं ने वार" (चर्चा अंक-3260) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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    1. सह्रदय आभार आदरणीय चर्चा में मुझे स्थान देने के लिए |
      सादर

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  2. भारतीय सेना और भारत माता की जय

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    1. पीठ पर किया वार, आज मुँह की खाई
      देख सेना का शौर्य,लाहौर में आग जलाई | जय हिंद
      सादर

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  3. बेहतरीन रचना सखी,सादर

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  4. जय हिन्द !! उत्तम अभिव्यक्ति ।

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  5. भारत माँ के वीर पवन पुत्रों की शान में सुहाने बोल सखी | वाह और सिर्फ वाह !
    जय माँ भारती , जय माँ के वीर सपूत !!!!!!!!!!! जय हिन्द -- जय हिन्द की सेना |

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    1. जय हिंद | नमन हिंद के वीर जवानों को |
      प्रिय सखी आप भी बधाई | आज जयपुर का मौसम भी कुछ यही बया कर रहा था |
      सादर

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  6. अति उत्तम जी स्वागत आदरणीय

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  7. बहुत सुंदर रचना.....

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  8. बहुत ही भावपूर्ण, जय हिन्द।

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  9. बहुत खूब...... सखी ,जय हिन्द -जय हिन्द की सेना

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    1. प्रिय सखी कामिनी जी स्नेह आभार आप का
      जय हिंद ,जय भारत
      सादर

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