8,8,8,7,वर्णो का विधान 16, 15 पर यति
31, वा वर्ण दीर्घ |
मोहब्बत से सराबोर आँखें बरस रही ,
लफ़्ज ख़ामोश रहे धड़कन कह रही |
जज़्बात मोहब्बत के उर से उफ़न रहे,
आँखों में तैरते सपनें दास्तां कह रहे |
तेरी यादों का करवा दिल में दफ़न रहा,
टूटे दिल की दरारों में वही झाँक रहा |
मोहब्बत -ए -पैगाम दिल में दफ़न किया,
हवाओं को सीने से लगा राज कह दिया |
कैसे अदा करुँगी मोहब्बत का नज़राना,
तेरे सीने से लग भूल जाती हूँ जमाना |
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में शुक्रवार 29 नवंबर 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सृजन
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना जी ।
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