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बुधवार, अक्तूबर 3

हौसला - मन की शक्ति


भीख का कटोरा 
न मज़बूरी की दलील 
न लाचारी का ढिंढोरा 
हौसले  की उड़ान से 
बसर किया जीवन 
स्वाभिमान की पोटली 
रहती थी तन पर
न कहानी न कविता 
न शब्दों में कोई बंद 
ज़िंदगी आईना रही 
हौसला रहा बुलंद |

-अनीता सैनी

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